उत्तराखंड एसटीएफ ने 6 साइबर ठगों को दक्षिण भारत से किया गिरफ्तार

shikhrokiawaaz.com
04/02/2025
देहरादून:डिजिटल अरेस्ट स्कैम के दो मामलों ब एक अन्य ठगी के मामले में उत्तराखंड एसटीएफ ने दक्षिण भारत व पुडुचेरी से 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।
जानकारी हो कि पहली घटना में शिकायतकर्ता रुडकी जनपद हरिद्वार निवासी ने शिकायत दर्ज करवाई कि साइबर ठगों द्वारा उनके पति के बैंक खाते में मनी लाउन्ड्रिंग होने का भय दिखाकर 24 घंटे से भी अधिक समय तक वीडियो व ऑडियो काल के माध्यम से डिजीटल अरेस्ट कर 32 लाख 31 हजार रुपये की धनराशि ठगे गये है।
वही डिजिटल अरेस्ट के दूसरे मामले में शिकायतकर्ता ने शिकायत दर्ज करते हुए बताया था कि पीडिता के मोबाइल नं0 पर अनजान नम्बर से एक व्हाटसअप कॉल आयी जिसने स्वयं को सीबीआई अधिकारी बताकर कहा कि आपके आधार कार्ड से कैनरा बैंक की मुंबई शाखा में एक बैंक खाता खोला गया है जिसमें 02 करोड रुपये की अवैध धनराशि को लेनदेन हुआ है जो कि नरेश गोयल नाम के व्यक्ति के मनी लाउंड्रिंग केस से सम्बन्धित है। उसके बाद पीडिता को उसी व्हाटसअप नम्बर से नरेश गोयल नाम के व्यक्ति का फोटोग्राफ व गिरफ्तारी वारण्ट भेजे गये तथा गिऱफ्तारी का भय दिखाकर वीडियो कॉल पर सीबीआई का गिरफ्तारी वारंट ,आरबीआई, आयकर विभाग व प्रवर्तन निदेशालय का एक नोटिस दिखाया तथा 24 घंटे से भी अधिक समय तक वीडियो व ऑडियो काल के माध्यम से डिजीटल अरेस्ट कर 23 लाख रुपये की धनराशि ठगे गये है।
तीसरे प्रकरण में स्वंय को देहरादून स्थित एक प्रतिष्ठित कार कम्पनी के शोरुम का स्वामी बताकर तथा उनकी फोटो को एक नये व्हाटसअप नम्बर पर डीपी के रुप में प्रयोग कर कार कम्पनी के एकाउन्टेंट को मैसेज किया गया तथा बताया गया कि यह मेरा नया नम्बर है, नेटवर्क प्राब्लम के कारण पुराना नम्बर काम नहीं कर रहा है। मैं वर्तमान में किसी जगह पर आया हुया हूं तथा किसी प्रोजेक्ट में मुझे तत्काल कुछ राशि निवेश करनी है चूंकि घटना के समय कम्पनी के मालिक देहरादून से कहीं बाहर गये हुये थे तो एकाउण्टेन्ट के द्वारा विश्वास कर लिया गया।
उसके बाद स्वयं को कार कम्पनी का मालिक बताने वाले शख्श के द्वारा एक खाता नम्बर बताया गया तथा एकाउन्टेंट को आरटीजीएस के माध्यम से 38 लाख रुपये की धनराशि जमा करने को कहा गया।
उपरोक्त राशि को जमा करने के बाद पुन: 15 लाख रुपये की धनराशि जमा करने के लिये कहा गया। यह राशि भी जमा होने के बाद पुन: 35 लाख रुपये की धनराशि जमा करने हेतु कहा गया। शक होने पर एकाउन्टेंट के द्वारा कार कम्पनी के स्वामी से उपरोक्त घटना का जिक्र किया गया तब जाकर पता लगा कि वो किसी ठगी का शिकार हो गये हैं जिस पर तत्काल साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन पर मुकदमा दर्ज करवाया गया।
उक्त घटनाओं को को देखते हुए एसएसपी एस0टी0एफ0 नवनीत सिंह के द्वारा घटना के जल्द से जल्द खुलासे हेतु प्रभारी निरीक्षक देवेन्द्र नबियाल के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई।
साईबर क्राईम पुलिस द्वारा घटना में प्रयुक्त बैंक खातों/मोबाइल नम्बरों आदि की जानकारी हेतु सम्बन्धित बैंकों, सर्विस प्रदाता कम्पनी, तथा मेटा एवं गूगल आदि से पत्राचार कर डेटा प्राप्त किया गया और प्राप्त डेटा का गहनता से विश्लेषण करते हुये तकनीकी व डिजिटल साक्ष्य एकत्र कर इस घटना में शामिल अभियुक्तों को चिन्ह्ति किया गया एवं तलाश जारी करते हुये कई स्थानों पर दबिश दी गयी, अभियुक्त अत्यंत शातिर थे और लगातार अपने ठिकाने बदल रहे थे।
साईबर पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से तकनीकी संसाधनों का प्रयोग करते हुये डिजीटल अरेस्ट के प्रथम प्रकरण में 1.सथुलुरी सिन्धू (उम्र35)पत्नी मुव्वा भार्गव
निवासी-मल्लमपेट थाना डूंडीगल कमिश्नरेट हैदराबाद तेलंगाना,2.मुव्वा भार्गव(उम्र35) पुत्र मुव्वा राजेश्वर राव मल्लमपेट थाना डूंडीगल कमिश्नरेट हैदराबाद तेलंगाना,
3.पी0मणिकन्दन पुत्र पजहानी निवासी 111, अरुनथट्टीपुरम थाना अरियानकुप्पम, केन्द्र शासित प्रदेश पुदुचेरी के खिलाफ कार्यवाही कर अभियुक्तों के पास से धोखाधडी में प्रयुक्त बैंक खाते के एस0एम0एस0 अलर्ट नं0 सहित 01 मोबाईल फोन, सम्बन्धित बैंक खाते की चैक बुक, आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि बरामद हुआ।
डिजीटल अरेस्ट के द्वितीय प्रकरण में मुख्य अभियुक्त 1.अकुला अरूण पुत्र अकुला पाण्डू निवासी शान्ति नगर थाना लालागूडा सिकन्दराबाद कमिश्नरेट हैदराबाद ( तेलंगाना)को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस टीम द्वारा कार शोरुम के एकाउन्टेंट से ठगी के प्रकरण में 1.बालाजी जीवी पुत्र विजय कुमार निवासी 7/5 थिरुमलाई स्कवयर प्रथम तल नोर्थ कोराटूर तिरुवल्लूर चेन्नई-60007 तथा 2.कुमार पुत्र पलानीसामी निवासी 45 अन्ना नगर केजी पुडूर कांगेयम क्रास रोड तिरुपुर तमिलनाडू 641604 को धोखाधडी में प्रयुक्त बैंक खाते के एस0एम0एस0 अलर्ट नं0 सहित 01 मोबाईल फोन, सम्बन्धित बैंक खाते की चैक बुक, आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि के साथ गिरफ्तार किया।
अब तक की विवेचना से प्रकाश में आये अभियुक्तों द्वारा धोखाधडी में प्रयुक्त किये जा रहे उक्त बैंक खाते के विरुद्ध तेलंगाना में करीब 2 करोड, तमिलनाडू में 2.70 करोड व महाराष्ट्र राज्य में 3.40 करोड रुपये की ठगी की शिकायतें भी दर्ज होना पायी गयी हैं।
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