देहरादून-: भिक्षावृत्ति को समाज मे एक अभिशाप की तरह देखा जाता है,जिसमे जिन नन्हे हाथों में ज्ञान की पुस्तक व कंधो में स्कूल का बस्ता होना चाहिए उन नन्हे हाथों में भीख का कटोरा व कंधो में घर परिवार के लिए हर दिन कोई न कोई कमाई करके लौटने का बोझ होता है। भिक्षावृत्ति को खत्म करने को उत्तराखंड पुलिस द्वारा चलाये जाने वाला अपना 'आपरेशन मुक्ति' एक बार पुनः मार्च माह में शुरू होने जा रहा है।
उत्तराखंड पुलिस द्वारा अपने सफल अभियान ''आपरेशन मुक्ति'' को इस बार और नए विजन के साथ 1 मार्च से 31 मार्च तक लांच किया जा रहा है,जिसमे बच्चो को भिक्षावृत्ति के अंधेरे दलदल से निकालने के साथ ही बच्चों के साथ होने वाले अपराधों की रोकथाम, बच्चों को अपराध में संलिप्त होने से रोकने एवं उन्हें शिक्षा के लिए प्रेरित किये जाने का कार्य समस्त 13 जनपदों व रेलवेज में चलाया जाएगा।
पुलिस मुख्यालय ने बताया कि आपरेशन मुक्ति के तहत समस्त जनपदों में एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट द्वारा कार्य किया जाएगा व आपरेशन को क्रियान्वय बनाने को रेलवेज में भी एक टीम का गठन किया जायेगा। अभियान को सफल बनाने हेतु सम्बन्धित विभागों/स्वयं सेवी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जायेगा। उक्त अभियान के तहत एएचटीयू सहित अन्य सदस्यों द्वारा सभी जनपद के मुख्य-मुख्य स्थान जहां बच्चों द्वारा भिक्षावृत्ति की जाती है, पर चलाया जायेगा। अभियान में भिक्षावृत्ति,कूड़ा बीनने,गुब्बारे बेचने आदि कार्यों में लिप्त बच्चों को रेस्क्यू कर उनको विद्यालयों में दाखिल कराया जाएगा। इसके साथ ही पुलिस टीम द्वारा जन जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। जिसमें पुलिस टीम द्वारा स्कूल-कॉलेजों, सार्वजनिक स्थानों, महत्वपूर्ण चौराहों, सिनेमाघरों, बस व रेलवे स्टेशनों, धार्मिक स्थलों आदि स्थानों पर बच्चों को भिक्षा न दिये जाने के सम्बन्ध में जागरूकता संदेश प्रसारित किया जाएगा।मुख्यालय ने बताया कि पुलिस की इस कोशिश में आम जनता भी सहभागी बन सकती है,अपने आसपास भिक्षावृत्ति, बच्चो के साथ हो रहे अपराधों, बच्चो के अपराध में संलिप्त होने से रोकने के लिए डायल 112 पर सूचना दे सकते है।
बच्चों से भिक्षावृत्ति करवाने, किसी भी प्रकार के गैंग के प्रकाश में आने अथवा किसी अपराध का होना पाये जाने पर तत्काल किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल व संरक्षण) अधिनियम, धारा 370 भादंवि, उ0प्र0 भिक्षावृत्ति प्रतिषेध अधिनियम 1975 आदि अन्य सम्बन्धित धाराओं व अधिनियमों में वैधानिक कार्यवाही की जायेगी ।
*अभी तक 3603 बच्चो को स्कूलों में करवाया भर्ती*
उत्तराखंड पुलिस द्वारा वर्ष 2017 से चलाये जा रहे “ऑपरेशन मुक्ति” अभियान के तहत कुल 7670 बच्चों को भिक्षावृत्ति से रेस्क्यू किया गया है। जिनमें से 3603 बच्चों का विद्यालयों में दाखिला करवाया गया है।