देहरादून-: डॉक्टरी जैसे प्रतिष्ठित सेवा में अपना भविष्य बनाने की चाह रखने वाले देश के लाखों युवाओं के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी(एनटीए) द्वारा बीती मई में आयोजित करवाई गई नीट परीक्षा व 4 जून को चुनाव परिणामो के बीच नीट के परिणाम घोषित होने के बाद से ही परीक्षार्थियों द्वारा परीक्षा में धांधली के आरोप लगाए जा रहे है। परीक्षा में धांधली के खिलाफ हज़ारो छात्र सड़को पर प्रदर्शन कर रहे है,जिस क्रम में आज सोमवार को एसएफआई के छात्रों द्वारा करनपुर स्थित डीएवी कॉलेज के मुख्य गेट पर नीट परीक्षा में हुए भ्रष्टाचार एवं कुप्रबंधन के खिलाफ एनटीए का पुतला फूंका।
हाल ही में 4 जून को एनटीए द्वारा नीट परीक्षा के परिणाम घोषित किये गए थे,परीक्षा में एक साथ 67 परीक्षार्थियों द्वारा टॉप करने व एक के बाद एक कुछ रोल नंबर के परीक्षार्थियों द्वारा एक साथ टॉप करने व दो छात्रों के अमान्य नंबर आने पर देशभर में नीट परीक्षा में धांधली की आवाज़ उठने लगी है। जिसमें आज राजधानी के डीएवी के एसएफआई ग्रुप द्वारा अपना विरुद्ध जताते हुए एनटीए का पुतला फूंका। राज्य सचिव हिमांशु चौहान ने बताया कि 4 जून को नीट-यूजी परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद कई शिकायतें सामने आ रही हैं, जो एनटीए के परीक्षा संचालन की पारदर्शिता पर सवाल उठा रही हैं। यह एनटीए लाए जाने के बाद से महत्वपूर्ण परीक्षाओं में निरंतर हो रहे गंभीर भ्रष्टाचार एवं कुप्रबंधन की श्रृंखला की एक और कड़ी के रूप में हुआ है। परिणामस्वरूप, यह एक बार फिर साबित हो गया है कि एक केंद्रीकृत संस्था एनटीए नीट जैसी प्रवेश परीक्षा आयोजित करवाने में अक्षम और अयोग्य है।
हिमांशु चौहान ने कहा की एक ही क्रम में लगातार रोल नंबर वाले छात्रों को 720 में से 720 अंक है। रैंक में इस गंभीर विवर्धन के कारण उम्मीदवारों को अब निजी कॉलेजों में प्रवेश लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, जो सीधे तौर पर एनटीए की नीतियाँ जैसे कि पाठ्यक्रम में उल्लेखनीय कमी के कारण है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि जिस तरह से एनएमसी और एनटीए मिलकर मेडिकल शिक्षा का निजीकरण कर रहे हैं, वह देश के भविष्य के लिए खतरनाक है। मेडिकल क्षेत्र में राज्य-आधारित संयुक्त प्रवेश परीक्षा प्रणाली को बदलने के लिए अंतहीन भ्रष्टाचार का तर्क था, अब यही अंतहीन भ्रष्टाचार का आरोप नीट-यूजी को लेकर भी सामने आ रहा है।
एसएफ़आई देहरादून जिला सचिव व पूर्व डीएवी छात्रसंघ उपाध्यक्ष सोनाली नेगी ने एसएफआई की तरफ से नीट मामले में पूरे देश मे आंदोलन करने की चेतावनी दी है। एनटीए पूरी तरह से भ्रष्ट हो चुका है। उन्होंने कहा कि उन्हें भरोसा नही है कि एनटीए सीयूईटी की परीक्षाओं में धांधली नही करता।
प्रदेश अध्यक्ष नितिन मलेठा ने कहा कि एनटीए ने एक बयान में लापरवाही से कहा है कि इस साल का रिजल्ट में ग्रेस मार्किंग भी हुई है। लेकिन इस साल परीक्षा से पहले एन.टी.ए. द्वारा प्रकाशित दशानिर्देशों में कहीं भी इस ग्रेस मार्किंग योजना का कोई उल्लेख नहीं किया गया है। उन्होंने इस पूरी घटना की पारदर्शी और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
एसएफआई द्वारा एनटीए को खत्म करने और इसके अब तक के सभी घोटालों की जांच करने की मांग की है।
एसएफआई ने देश भर के छात्र समुदाय से एनटीए के माध्यम से शिक्षा के केंद्रीकरण के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया है।