रुद्रप्रयाग:जनपद में चल रही केदारनाथ धाम यात्रा को सरल व सुगम सुरक्षित यात्रा कराने के साथ ही उनकी मदद करने हेतु "ऑपरेशन मुस्कान"चलाया हुआ है।
उक्त अभियान के तहत केदारनाथ आने वाले श्रद्धालुओं की पुलिस के स्तर से हर सम्भव मदद की जा रही है।जनपद में स्थापित किये गये सभी खोया पाया केन्द्र पर नियुक्त कार्मिकों द्वारा बिछड़े हुए यात्रियों के सम्बन्ध में अनाउंसमेंट किया जा रहा है, साथ ही आपसी समन्वय से बिछड़ चुके यात्रियों को मिलवाने का कार्य किया जा रहा है तथा खोई हुई सामग्री को ढूंढकर यात्रियों को वापस कराया जा रहा है।
जिस क्रम में सूरत गुजरात से केदारनाथ धाम में आयी कंचन बेन पत्नी वल्लभ भाई जो कि अपने परिजनों से वापस आते समय बिछड़ गयी थी,यह सूचना यात्रा मार्ग की चौकियों सहित कोतवाली सोनप्रयाग को प्राप्त होने पर उपनिरीक्षक वन्दना अग्रवाल ने इनको उनके परिजनों से मिलवाया गया।
वंही मुरादाबाद (यूपी) से केदारनाथ धाम आयी श्रद्धालु कमला देवी और सुषमा गुप्ता जो कि आये तो एक साथ थे लेकिन किन्हीं कारणों से बिछड़ गये और इनमे से सुषमा गुप्ता ने मन्दिर परिसर ड्यूटी में तैनात मुख्य आरक्षी संजय कैन्तुरा से मदद ली गयी।मुख्य आरक्षी ने खोया-पाया केन्द्र से अनाउंसमेट करवाकर इन दोनो श्रद्धालुओं को मिलवाया।
राजस्थान से आये श्रद्धालु जिनका मोबाइल केदारनाथ धाम हैलीपैड के पास खो गया था, इनके द्वारा इसकी सूचना हैलीपैड ड्यूटी में नियुक्त आरक्षी मुकेश व आरक्षी राकेश गौड़ (आई0आर0बी0 द्वितीय) को दी गयी। इन दोनों आरक्षियों ने अथक प्रयास से इस खोये हुए मोबाइल फोन को ढूंढकर श्रद्धालु को वापस किया गया।
जनपद पुलिस द्वारा "ऑपरेशन मुस्कान" के तहत केदारनाथ धाम यात्रा प्रारम्भ होने की तिथि से आज तक 35 बिछड़े हुए लोगों को उनके परिजनों से मिलाया गया हैं, इसी के साथ 34 खोये हुए मोबाइल फोन वापस दिलाए तथा 40 पर्स या बैग व खोये हुए कीमती सामान को वापस दिलाये गये हैं।