देहरादून-: जनपद देहरादून को नशा मुक्त बनाने के अभियान में दून पुलिस द्वारा सतर्कता से कार्य किया जा रहा है,जिस क्रम में कोतवाली कैंट पुलिस द्वारा नशे तस्करी में वांछित एक 10 हज़ार के ईनामी अभियुक्त को 2 किलो चरस के साथ गिरफ्तार किया है। अभियुक्त द्वारा लंबे समय से पहाड़ी जनपदों से चरस एकत्रित कर अपने साथी के माध्यम से देहरादून के युवाओं को नशा बेचा जा रहा था।
नशे के खिलाफ दून पुलिस द्वारा की जा रही कार्यवाही में कोतवाली कैंट पुलिस द्वारा धारा 8/20/27ए/29 एनडीपीएस एक्ट में वांछित अभियुक्त हिरोध सिंह पुत्र रोजन सिंह निवासी ग्राम स्वीचाण, पो०ऑ०- नेटवार, तहसील मोरी, जिला उत्तरकाशी को गिरफ्तार करने के कई प्रयास किये जा रहे थे। जिसके तहत पुलिस द्वारा अभियुक्त के ठिकानों पर दबिश भी दी गयी थी किन्तु अभियुक्त लगातार फरार चल रहा था।
अभियुक्त के लगातार फरारी काटने के चलते पुलिस कप्तान अजय सिंह ने अभियुक्त पर 10 हज़ार ईनाम घोषित किया था। इस बीच कल बुधवार को पुलिस को अभियुक्त के देहरादून आने की जानकारी मिली, जिस पर पुलिस द्वारा मुखबिर की सूचना पर अभियुक्त को प्रेमनगर क्षेत्र में मीठीबेरी के पास से गिरफ्तार किया गया।
गौरतलब है कि पुलिस द्वारा पूर्व में अभियुक्त के साथी नशा तस्कर इंद्रमणि बेलवाल को 02 किलो अवैध चरस के साथ गिरफ्तार किया जा चुका है। जिससे पूछताछ में मुख्य अभियुक्त हिरोध सिंह का नाम प्रकाश में आया था।
अभियुक्त के अनुसार वह पुलिस द्वारा पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्त इंद्रमणि बेलवाल से उसकी मुलाकात उत्तरकाशी में चरस की तस्करी के दौरान हुई थी। अभियुक्त ने बताया कि इंद्रमणि ने उसे देहरादून में काफी शिक्षण संस्थान होने के कारण काफी संख्या में बाहरी राज्यो/ जनपदों से छात्र छात्राएं यहाँ पढ़ने के लिए आने के चलते देहरादून में चरस की भारी मांग होने की बात कही थी। जिस पर अभियुक्त हिरोध ने इंद्रमणि बेलवाल के साथ मिलकर चरस की सप्लाई देहरादून में शुरू कर दी। अभियुक्त द्वारा पहाड़ी जनपदों से चरस एकत्रित कर इंद्रमणि बेलवाल के माध्यम से देहरादून भिजवाई जाती थी, जिसके एवज में उसे अच्छी खासी कमाई होती थी।