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अन्तर्राज्यीय फर्जी कॉपरेटिव सोसाइटी/कंपनी का पौड़ी पुलिस ने किया भंडाफोड़

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अन्तर्राज्यीय फर्जी कॉपरेटिव सोसाइटी/कंपनी का पौड़ी पुलिस ने किया भंडाफोड़

shikhrokiawaaz.com

10/28/2024


पौड़ी: लोगों को कम समय में अधिक ब्याज/मैच्योरिटी धनराशि का लालच देकर अधिक से अधिक धनराशि हड़पने वाली फर्जी कंपनी/सोसाइटी का पौड़ी पुलिस ने भंडाफोड़ कर दिया।

बीती माह जून को वादिनी तृप्ति नेगी निवासी कोटद्वार द्वारा द अर्बन मल्टी क्रेडिट एंड कोआपरेटिव सोसाइटी (एल यू सी सी) की शाखा दुगड्डा, कोटद्वार के मैनेजर विनीत सिहं निवासी ग्राम देवडाली, पो0ऑ0 गुमखाल, पौडी गढवाल व कैशियर प्रज्ञा रावत निवासी पदमपुर मोटाढाक,जनपद पौडी गढवाल के विरूद्ध प्रार्थना पत्र दिया कि मैनेजर और कैशियर ने आरडी खुलवाने के नाम पर वादिनी से पैसे तो ले लिए हैं लेकिन उन्हें इसका कोई ना तो बॉन्ड दिया है और ना ही उनके पैसे को जमा किया है इस प्रकार से उक्त लोगों ने धोखाधड़ी की है, जिसके आधार पर कोतवाली कोटद्वार पर मुकदमा अपराध संख्या 142/24, धारा 420 भादवि पंजीकृत किया गया।मामला आमजन से धोखाधड़ी से संबंधित होने के कारण प्रकरण की गंभीरता और संवेदनशीलता के दृष्टिगत श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार की अध्यक्षता में एक जांच टीम का गठन किया गया। 

जांच टीम द्वारा उक्त प्रकरण में कुशल विवेचनात्मक कार्यवाही कर ठोस साक्ष्य संकलन करते हुए पाया कि गिरीश चन्द्र सिहं बिष्ट (जीसीएस बिष्ट) निवासी मीरा नगर, बीरभद्र ऋषिकेश ने वर्ष 2016 में आईडीपीएल ऋषिकेश में (एल यू सी सी) कंपनी/ सोसाइटी की ब्रान्च की स्थापना की गई थी तथा लोगों को एल यू सी सी में पैसा लगाकर होने वाले फायदों के बारे में बताकर लोगों का पैसा एल यू सी सी में लगवाना शुरु किया गया। धीरे-धीरे जीसीएस बिष्ट द्वारा लोगों को एल यू सी सी से लगातार जोड़ते हुए उत्तराखण्ड में एल यू सी सी की लगभग 35 शाखाये खुलवायी गई, जिसमें जनपद पौड़ी में दुगड्‌डा, कोटद्‌वार, सतपुली, श्रीनगर, एवं जनपद देहरादून, रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, टिहरी आदि में भी शाखायें खुलवायी गई। जीसीएस बिष्ट ने अपने अधीन 04 मुख्य चेस्ट ब्रांच हेड बनायी गई जिसमें 1. मंगला निवासी मीरा नगर ऋशिकेश 2. तरूण मौर्य निवासी मीरा नगर ऋषिकेश 3. सोनू निवासी हर्बटपुर विकासनगर 4. उर्मिला बिष्ट निवासी ऋषिकेश है। उक्त चेस्ट ब्रान्चों का कार्य अन्य शाखाओं से पैसा लेना व जीसीएस बिष्ट के माध्यम से आगे भिजवाने का था। बाद में जीसीसीएस बिष्ट उत्तराखण्ड हेड बन गए तथा जिनके द्वारा विभिन्न सेमिनार करवाये गए तथा लोगों को एल यू सी सी में पैसा इन्वेस्टमेन्ट करने के फायदे एवं लुभावनी स्कीमें बताकर लोगों को आकर्षित किया गया। इनके द्वारा जिन एजेंटों और ब्रांच मैनेजर के द्वारा कंपनी में ज्यादा पैसा इन्वेस्टमेंट कराया गया उन एजेन्टो व ब्रान्च मैनेजरों को विदेश घुमाने के साथ साथ महंगी गाड़ियां भी गिफ्ट देकर और प्रलोभन दिया गया।

इसी क्रम में वर्ष 2021 में मुकदमा उपरोक्त के अभियुक्त मैनेजर विनीत सिंह ‌द्वारा जीसीएस बिष्ट व उर्मिला बिष्ट ब्रान्च मैनेजर छिद्दरवाला देहरादून के कहने पर एल यू सी सी की दुगड्‌डा में एक शाखा खोली गयी थी। उक्त एल यू सी सी कंपनी के फायदों के बारे में लोगों को प्रभावित करने के लिये जीसीएस बिष्ट एवं उर्मिला बिष्ट द्वारा अपने साथियों के साथ कोटद्‌वार, दुगड्‌डा क्षेत्र में सेमिनार आयोजित किये गये तथा लोगों को एल यू सी सी में पैसा लगाये जाने के फायदे गिनाकर लोगो को ज्यादा पैसा एल यू सी सी में लगाने हेतु प्रेरित किया गया और लोगों को बताया गया कि आप लोगों का पैसा विदेश में तेल के कुओं और सोने की खदानों आदि में लगा है और आप लोगों को इससे अच्छा फायदा होगा। एजेन्टो को बताया गया कि आप लोग जितनी आरडी, एफडी करके दोगे आप लोगों को उतना ज्यादा कमीशन मिलेगा और एल यू सी सी सोसायटी को अच्छा कारोबार देने पर आप लोगों को महंगी गाड़ियां,फ्लैट गिफ्ट मिलने के अलावा विदेश घूमने का मौका भी मिलेगा, इस प्रकार के प्रलोभनों से लोगों ‌द्वारा एल यू सी सी में अपना पैसा लगाना शुरु कर दिया और लोगों की चेन बनती गई। शुरुआत में लोगों को मैच्योरिटी भी दी गई, जिससे लोगों का विश्वास बढ़ता गया। कंपनी/सोसायटी के लोगों ‌द्वारा आम जनमानस में अपना विश्वास बढ़ाने के लिये अच्छा कारोबार देने वाले एजेन्टों को गाडियां भी दी गयी है तथा विदेश थाईलैण्ड, बैंकोक घुमाया गया, जिसके कारण लोग एल यू सी सी में अपना अधिक से अधिक पैसा लगाने लगे।

जांच के दौरान प्रकाश में आया कि एल यू सी सी सोसायटी के विरुद्ध कोतवाली ललितपुर, उत्तर प्रदेश में वर्ष 2024 में 05 अभियोग दर्ज है तथा मध्य प्रदेश में भी अभियोग पंजीकृत हैं, साथ ही यह तथ्य भी प्रकाश में आये है कि समीर अग्रवाल पुत्र राजेन्द्र अग्रवाल निवासी मुम्बई हाल निवासी दुबई ‌द्वारा वर्ष 2016 में सागा नाम की संस्था की स्थापना की गयी थी, जिसमें 06 सोसाइटी बनायी गयी थी, जिसमें 
1. एल यू सी सी - कार्यक्षेत्र यूपी हरियाणा, उत्तराखण्ड 
2. एल जे सी सी -कार्यक्षेत्र मध्यप्रदेश
3. एस एस वी -कार्यक्षेत्र- महाराष्ट्र
4. एस एस - कार्यक्षेत्र- गुजरात राजस्थान 
5. फॉर ह्यूमन - कार्यक्षेत्र- बिहार हरियाणा
6. विश्वास -कार्यक्षेत्र पजांब है। 
उक्त सोसायटी पर समीर अग्रवाल और आर के सेड्डी निवासी मुम्बई (फाईनेन्स एडवाईजर) संजय मुदगिल ट्रेनर, परीक्षत पारसी लीगल एडवाईजर आदि का नियन्त्रण होना प्रकाश में आया है। समीर अग्रवाल का दुबई भाग जाने के तथ्य प्रकाश में आये हैं। एल यू सी सी के अतिरिक्त जो अन्य सोसाइटी है उनके खाता धारको के मैच्युरिटी का पैसा भी वापस नहीं दिया जा रहा है और हवाला के जरिये लोगों द्वारा नगद में जमा कराया गया पैसा विदेश भेजे जाने के तथ्य भी संज्ञान में आये है।
एल यू सी सी की दुगड्डा ब्रान्च में इस वर्ष लोगों की 50 लाख रुपए की धनराशि मैच्योर हो गई लेकिन इस कंपनी/ सोसाइटी द्वारा किसी को अभी तक धनराशि वापिस नहीं दी गई है, साथ ही एल यू सी सी के मुख्य खाते में अब तक लगभग 189 करोड़ रुपए जमा हुए हैं लेकिन यह धनराशि बिना जमाकर्ताओं को वापस दिए कंपनी के खातों में शेष मात्र 02 लाख रुपए ही बचे हैं, कंपनी द्वारा लोगों के पैसों को अन्य व्यक्तियों और प्राइवेट खातों में भी जमा करवाना प्रकाश में आया है साथ ही उत्तराखंड में सोसाइटी खोलने से संबंधित कंपनी के  पास कोई वैध दस्तावेज भी नहीं है। अब तक की पुलिस टीम की कार्यवाही एवं संकलित साक्ष्यों के आधार पर मुकदमा उपरोक्त में धारा 467, 468, 471, 120 बी व 3/21 बड्स एक्ट  तथा 03 यूपीडी एक्ट की बढ़ोतरी की गई है। मुकदमा उपरोक्त से संबंधित नामजद/प्रकाश में आए 05 अभियुक्तगणों को कल रविवार को गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तगणों के कब्जे से मुकदमा उपरोक्त से संबंधित 02 फॉर्च्यूनर कार भी बरामद की गई।
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