देहरादून:प्रदेश भर में गुमशुदा बच्चों, महिलाओं व पुरूषों की तलाश व उनके साथ होने वाले अपराध की रोकथाम के लिए 1 मई से 30 जून तक 2 माह का ऑपरेशन स्माइल अभियान चलाया गया था।
जिस क्रम में आज शुक्रवार को अपर पुलिस महानिदेशक अपराध व कानून व्यवस्था उत्तराखंड ए0पी0 अंशुमान, द्वारा पुलिस मुख्यालय में ’’ऑपरेशन स्माइल’’ के नोडल अधिकारियों व टीम प्रभारियों के साथ अभियान की समीक्षा की गयी।
उक्त गोष्ठी में पुलिस मुख्यालय स्तर पर अभियान की नोडल अधिकारी कमलेश उपाध्याय, पुलिस अधीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड द्वारा अभियान के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की गयी।उनके द्वारा जानकारी दी गयी कि
जनपद देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर, नैनीताल में-04, शेष जनपदों व रेलवेज में-01 टीम कुल-26 तलाशी टीमें गठित की गयी। प्रत्येक टीमों की सहायता हेतु 01-01 विधिक (अभियोजन अधिकारी) एवं टेक्निकल टीम (डी0सी0आर0बी0) का भी गठन किया गया।
उक्त टीमों द्वारा गुमशुदाओं के परिजनों से मिलकर उनका भौतिक सत्यापन कर, गुमशुदाओं का विवरण तैयार किया गया। तलाशी टीमों द्वारा अपने जनपद व अन्य जनपद के साथ ही अन्य राज्य जाकर गुमशुदाओं की तलाश की गयी। गुमशुदाओं का मिलान प्रदेश व सीमावर्ती राज्यों में बरामद लावारिस शवों से भी किया गया। गुमशुदाओं को समस्त सम्भावित स्थानों पर तलाश किया गया।
उन्होंने आगे बताया उक्त अभियान में कुल 1370 गुमशुदाओं को बरामद किया गया, जिनमें 465 बच्चे, 391 पुरूष व 514 महिलाएं हैं। जनपद हरिद्वार द्वारा सर्वाधिक 272 व जनपद देहरादून द्वारा 269 गुमशुदाओं को बरामद किया गया।
उक्त गोष्ठी में अभियान में सम्मिलित टीम प्रभारियों द्वारा अभियान के अनुभवों को साझा किया गया,अभियान में बरामद गुमशुदाओं के परिजनों द्वारा ऑपरेशन स्माइल के सम्बन्ध में अपने अनुभव साझा करते हुए उत्तराखण्ड पुलिस के ऑपरेशन स्माइल अभियान व उनके द्वारा किये गये कार्यों की प्रशंसा करते हुए उत्तराखण्ड पुलिस का धन्यवाद किया गया।
इस अवसर अपर पुलिस महानिदेशक अपराध व कानून व्यवस्था उत्तराखंड ने बताया कि वर्ष 2015 से चलाये गये अभियानों में यह अभियान सबसे सफल अभियान रहा, इस अभियान में कुल 1370 गुमशुदाओं को बरामद किया गया, जिसमें 04 गुमशुदा अन्य राज्यों में पंजीकृत है,उन्होंने आगे कहा कि पुलिस अधिकांशतः कानून व्यवस्था ड्यूटी में व्यस्त रहती है, इसलिए समय-समय इस प्रकार के विशेष अभियान चलाये जाने की आवश्यकता है। किसी भी व्यक्ति के गुमशुदा होने की सूचना प्राप्त होने पर संवेदनशीलता के साथ तत्काल कार्यवाही किये जाने तथा गुमशुदा व्यक्ति के बरामद होने पर उसके विरूद्ध किसी भी प्रकार के अपराध की जानकारी प्राप्त होने पर तत्काल विधिक कार्यवाही किये जाने की आवश्यकता है। अभियान के पश्चात भी बरामद हेतु शेष गुमशुदाओं को बरामद किये जाने हेतु सभी को विशेष प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। गुमशुदाओं की बरामदगी हेतु इस ऑपरेशन स्माइल को आगे भी इसी प्रकार चलाया जायेगा।
अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड द्वारा गुमशुदाओं को तलाश करने हेतु टीमों द्वारा की गयी कड़ी मेहनत व लगन की प्रशंसा करते हुये सभी का धन्यवाद व्यक्त किया गया।
इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने वाले टीम प्रभारी निरीक्षक जीतो काम्बोज (ऊधमसिंहनगर), निरीक्षक प्रदीप बिष्ट (हरिद्वार), उ0नि0 कल्पना पाण्डे (देहरादून), उ0नि0 विनयता चौहान (देहरादून), अपर उ0नि0 देवेन्द्र यादव (हरिद्वार) व उनकी टीम के सदस्यों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
उक्त समीक्षा गोष्ठी में पी0 रेणुका देवी, पुलिस उप महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड, सहित जनपद देहरादून, टिहरी व ऊधमसिंहनगर के नोडल अधिकारी व टीम प्रभारी उपस्थित रहे तथा अन्य नोडल अधिकारी व टीम प्रभारी व सदस्यों द्वारा गोष्ठी में ऑनलाईन प्रतिभाग किया गया।