देहरादून-: आईपीएस दीपम सेठ ने आज आधिकारिक तौर पर उत्तराखंड के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में अपना पदभार ग्रहण कर लिया है। यूपीएससी द्वारा गठित एमपेनलमेंट कमिटी बैठक द्वारा वर्तमान के 1996 के डीजीपी अभिनव कुमार के डीजीपी उत्तराखंड के अतिरिक्त कार्यभार को समाप्त कर 1995 के आईपीएस दीपम सेठ को उत्तराखंड का नया डीजीपी नियुक्त किया गया था,जिसके बाद आज दीपम सेठ द्वारा डीजीपी उत्तराखंड का पदभार ग्रहण कर लिया गया है। उनकी टीम के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने आज उनका उनके कार्यालय में स्वागत किया।
नवीन डीजीपी दीपम सेठ का जन्म उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा शेरवुड कॉलेज, नैनीताल से हुई है,जिसके पश्चात उन्होंने बिट्स पिलानी से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। जिसके उपरान्त वह वर्ष 1995 में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) का हिस्सा बने। आईपीएस बनने के बाद भी शिक्षा का प्रति रुझान के चलते उन्होंने 1997 में ओस्मानिया विश्वविद्यालय से पुलिस प्रबंधन में मास्टर्स की डिग्री और 2022 में आईआईटी रुड़की से "इम्पैक्ट ऑफ स्ट्रेटेजिक प्लानिंग एंड कम्युनिकेशन ऑन टीम एफ्फेक्टिवनेस-ए स्टडी ऑफ पुलिसिंग ऑफ मेगा इवेंट" पर थीसिस लिखकर पीएचडी की।
1995 के आईपीएस अधिकारी दीपम सेठ भारतीय पुलिस सेवा का हिस्सा रहने के दौरान कई महत्वपूर्ण पदों पर आसीन रहे जिसमे वह वरिष्ठ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल, पुलिस अधीक्षक टिहरी गढ़वाल और ज्योतिबाफुले नगर सहित 41 वीं वाहिनी पीएसी, मेरठ में सेनानायक, पीएसी रहे। कोसोवो में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में उन्होंने प्रोजेक्ट मैनेजर के रूप में कार्य किया। डीआईजी के तौर पर वह डीआईजी गढ़वाल परिक्षेत्र, क्राइम और लॉ एंड ऑर्डर, पीएसी, प्रशिक्षण रहे। वह आईजी
लॉ एंड ऑर्डर, स्पेशल टास्क फोर्स, पुलिस मुख्यालय, पी एंड एम भी रहे। इसके साथ ही वह आईटीबीपी में आईजी, नार्थ वेस्ट फ्रंटियर, लद्दाख, आईजी(पर्सनल,इस्टैब्लिशमेंट एंड विजिलेंस), आईटीबीपी डीजी,नई दिल्ली में प्रतिनियुक्त पर रहे। आईपीएस दीपम सेठ वर्तमान में अपर पुलिस महानिदेशक सशस्त्र सीमा बल(एसएसबी) के पद पर नियुक्त थे।
उत्तराखंड के नए डीजीपी दीपम सेठ ने बतौर डीजीपी उत्तराखंड के लिए अपनी प्राथमिकताएं बताई। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना व अपराधों पर नियंत्रण रखना उनकी सबसे पहली प्राथमिकता होगी। वहीं उत्तराखंड में बढ़ती नशे की तस्करी को सबसे बड़ी चुनौती व इसके खिलाफ सख्ती दिखाते हुए प्रदेश को नशा मुक्त बनाने को पुरजोर तरीके से कार्य करने को अपनी प्राथमिकताओं में शामिल बताया।
वहीं हर दूसरे व्यक्ति के साइबर हमले का शिकार होने को लेकर उनके द्वारा प्रदेश में साइबर सुरक्षा को मजबूत करने की तरफ कदम बढ़ाने की बात कही है, वहीं प्राकृतिक आपदाओं के दृष्टिगत संवेदनशील प्रदेश में ऐसी परिस्थितियों के लिए उन्नत तैयारियां रखने की बात कही।
उत्तराखंड पुलिस को आम जन के लिए और सहायक, इजी अप्रोचेबल और पुलिसिंग को पारदर्शी और जनहितैषी बनाना लक्ष्य बनाया है। वहीं यातायात प्रबंधन और सड़क दुर्घटनाओं के रोकथाम हेतु प्रभावी कार्यवाही करने सहित प्रदेश में महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष पहल करना अपना प्रथम लक्ष्य बताया है।
पुलिस अधिकारी के रूप में उत्कृष्ट कार्य करने पर मिले सम्मान
डीजीपी उत्तराखंड दीपम सेठ को उनके द्वारा पुलिस सेवा में उत्कृष्ट कार्य करने पर कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया जिसमें-
1996 में श्री भुबानन्दा मिश्रा मेमोरियल ट्रॉफी(एसवीपीएनए) और एस्प्रिट दे कॉप मेडल,
2004 में कोसोवो में सेवा के लिए संयुक्त राष्ट्र पदक,
2011 में सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक,
2021 में विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक,
आईटीबीपी में नियुक्ति के दौरान डीजी इंसिगनिया एंड कमेंडेशन रोल: 2020 व 2021 में सिल्वर व गोल्ड मेडल,
2021 लद्दाख में सेवा के दौरान हाई एल्टीट्यूड मेडल, पुलिस स्पेशल ड्यूटी मेडल और आपरेशन स्नो लियोपार्ड हेतु यूनियन होम मॉनिटर्स स्पेशल ऑपेरशन मेडल मिला है।