हरिद्वार: हरिद्वार पुलिस ने महज 48 घंटे के भीतर ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा किया।
बीते गुरुवार तड़के मिली सूचना पर मंगलौर कोतवाल पुलिस बल के साथ ग्राम झबीरण जट स्थित शमशान घाट के पास पहुंचे तो खून से सना शव पड़ा मिला। मृतक की पहचान अंकित पुत्र सहंसरपाल निवासी ग्राम झबीरण मंगलौर (उम्र 26 वर्ष) के रूप में हुई। मृतक अंकित को पूर्व में कपिल हत्याकांड में कोतवाली मंगलौर पुलिस द्वारा जेल भेजा गया था जो कुछ समय पहले ही जमानत पर छूटा था।
शव मिलने की सूचना पर एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल हत्या की संभावना के दृष्टिगत एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल, सीओ मंगलौर विवेक कुमार एवं अन्य मातहत संग मौके पर पहुंचे। फील्ड यूनिट हरिद्वार द्वारा घटनास्थल से भौतिक/ वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्रित किए।
ग्रामीण क्षेत्र में चाकू गोंदकर की गई इस हत्या को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी द्वारा कोतवाली स्तर पर पुलिस टीम का गठन कर टैक्निकल सपोर्ट के लिए सीआईयू रुड़की को नियुक्त किया तथा पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी सीओ मंगलौर विवेक कुमार को देते हुए जल्द से जल्द घटना का सफल अनावरण करते हुए वारदात में शामिल सभी किरदारों को गिरफ्तार करने के स्पष्ट निर्देश जारी किए।
गठित की गई पुलिस टीम के कुछ सदस्यों को स्थानीय मुखबिरों के साथ मिलकर सटीक इनपुट खोजने के लिए भेजा वही अन्य सदस्यों को घटनास्थल के इर्द-गिर्द से डिजीटल एविडेंस इकट्ठा करने की जिम्मेदारी दी गई। कुछ समय पहले ही हत्या के मामले में जमानत पर छूटे मृतक का बैकग्राउंड जांचने एवं जुटाए गए सबूतों को कड़ी दर कड़ी जोड़ने पर सामने आए कुछ संदिग्ध चरित्रों को पकड़ने के लिए लगातार ताबड़तोड़ दबिशे देकर कल मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने संजय सैनी, दीपांशु व विकास कुमार उर्फ विक्की को दबोचकर उनके कब्जे से कत्ल में इस्तेमाल आला कत्ल को बरामद किया गया।
कोतवाली मंगलौर पर कपिल हत्याकांड में दर्ज मु0अ0सं0 549/24 धारा 302 आईपीसी में आरोपी अंकित (मृतक) जमानत पर चल रहा था। मृतक अंकित के ग्राम कुरडी स्थित अपने घर के सामने से गुजरने पर मृतक कपिल के पिता व वादी मुकदमा संजय सैनी के मन में खुद बदला लेने की आग प्रतिदिन बढ़ती रही।
अपनी योजना को साकार करने के लिए आरोपी संजय सैनी ने दीपांशु, विकास, अमन व रोहित नाम के युवकों से ₹400000/- में अंकित कुमार की हत्या का सौदा तय किया तथा ₹4000/- बतौर एडवांस दिए। तय योजना के मुताबिक आरोपी युवकों ने पहले मृतक अंकित कुमार को नशा कराया और फिर उसके बाद चाकू से अंकित के शरीर पर ताबड़तोड़ वार किए। इसके बाद अंकित को मरा हुआ समझकर आरोपित मौके से फरार हो गए। हत्यारोपी विकास पूर्व में भी चोरी, लूट व गैंगस्टर आदि के मुकदमों में आरोपी रहा है।