देहरादून-: आज शुक्रवार को पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ द्वारा अपने टीम के अधिकारियों व सभी जिलों के कप्तानों के साथ वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से 3 नए आपराधिक कानूनों के क्रियान्वयन, शीतकालीन चारधाम यात्रा, मादक पदार्थों की तस्करी तथा अवैध अतिक्रमण के विरुद्ध प्रचलित अभियानों, नागर स्थानीय निकाय सामान्य निर्वाचन एवं 38वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित कर उक्त क्षेत्रो में वर्क आउटपुट को बेहतर बनाने को आदेश जारी किए।
बैठक की शुरूआत करते हुए उन्होंने इस वर्ष लागू हुए 3 नए आपराधिक कानूनों के क्रियान्वयन के मुख्य प्रावधानों जैसे ज़ीरो एफआईआर, ई-एफआईआर, गंभीर अपराधों में फॉरेंसिक टीम द्वारा निरीक्षण घटनास्थल, साक्ष्य को डिजिटल माध्यम से अपलोड किया जाना, विभिन्न कार्यवाहियों के लिए निर्धारित टाइमलाइन्स आदि प्रावधानों का पूर्ण रूप से अनुपालन करने को कहा। पुलिस महानिदेशक ने बताया कि डेटा एनालिटिक्स एवं एआई को प्रभावी ढ़ंग से उपयोग करने के लिए डेटा एंट्री की गुणवत्ता पर ध्यान देना सबसे आवश्यक है। इसलिए समस्त जनपद प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि अपराध और अपराधिक ट्रैकिंग नेटवर्क और सिस्टम( सीसीटीएनएस) में सटीक और पूर्ण डाटा दर्ज किया जाए । उन्होंने कप्तानों को अपने अपने जनपदों के सभी थानों के प्रभारियों व जांच अधिकारियों को अनिवार्य रूप से सीसीटीएनएस से चार्जशीट तैयार करने के निर्देश भी दिए।
वहीं आगामी जनवरी में सम्पूर्ण प्रदेश में होने वाले नगर निकाय चुनावो को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न करवाने को अपनी सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने को कहा। उन्होंने कप्तानों को
निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव सम्पन्न कराने के लिए अपने जनपदों के समस्त संवेदनशील/अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों का भ्रमण करने को कहा है व स्पष्ट किया कि आदर्श आचार संहिता का स्वंय अवलोकन कर प्रत्येक बिन्दु पर अपेक्षा अनुरूप शत-प्रतिशत कार्यवाही की जाए। वहीं जनपदों में बैरियर, नाका आदि स्थापित करते हुये सघन चैकिंग अभियान चलाकर अवैध सामग्री की जब्ती की कार्यवाही की जाए। जनपदीय अभिसूचना तंत्र को सतर्क कर सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर सतर्क दृष्टि रखी जाय, ताकि अफवाह फैलाने वाले एवं कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाले असामाजिक तत्वों के विरुद्ध विधिक कार्यवाही अमल में लायी जाए। निर्वाचन कार्य में गड़बड़ी फैलाने वाले असामाजिक तत्वों को चिन्हित करके उनके विरुद्ध निरोधात्मक कार्यवाही की जाए।निर्वाचन के दृष्टिगत गश्त, चैकिंग एवं निरोधात्मक कार्यवाही सम्पूर्ण निर्वाचन क्षेत्र में लगातार की जाय, साथ ही जनपद के बार्डर क्षेत्र में सतर्क दृष्टि रखते हुये पुलिस अधिकारियों से आपसी समन्वय रखा जाए। जनपद में उपलब्ध पुलिस बल का आंकलन कर उचित सुरक्षा प्लान तैयार किया जाए।
2025 के जनवरी 28 से प्रदेश के पांच जनपदों में आयोजित होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेल को सकुशल सम्पन्न करवाने को उन्होंने पुलिस अधिकरियो को त्रुटिरहित सुरक्षा व्यवस्था और सुव्यवस्थित यातायात प्रबन्धन सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि खेलों के दौरान खिलाड़ियों एवं दर्शकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु विशेष कार्ययोजना बनाई जाए, आयोजन स्थलों, होटल एवं परिवहन मार्गों पर यातायात प्लान और पार्किंग की व्यवस्था की कार्य योजना तैयार कर लें।किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए क्यूआरटी तैयार रखी जाए। खेल विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए सुरक्षा व्यवस्था हेतु आवश्यक उपकरण- सीसीटीवी, ड्रोन, बैगेज स्केनर, पार्किंग/ डायवर्जन सम्बन्धी साइनेज/ बोर्ड, बैरियर्स इत्यादि का आंकलन करते हुए इनकी मांग सम्बन्धी प्रस्ताव समय से प्रेषित किया जाए।
मुख्यमंत्री धामी के वर्ष 2025 तक प्रदेश को नशामुक्त बनाने के विजन को साकार करने को उन्होंने सभी कप्तानों को अपने जनपद में थानास्तर तक टास्किंग करते हुए जवाबदेही सुनिश्चित करने को कहा। मादक पदार्थों की तस्करी के विरुद्ध अभियान के अन्तर्गत मादक पदार्थों की सप्लाई चैन को भी विवेचना में सम्मिलित करते हुए अभियुक्तों की सम्पत्ति अधिग्रहण की कार्यवाही की जाए। मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए स्थानीय एवं अन्तर्राज्यीय सीमाओं पर विशेष चैकिंग की जाए। साथ ही नशे के विरुद्ध शिक्षण संस्थानों एवं सामुदायिक केन्द्रों पर व्यापक जन जागरुकता अभियान लगातार चलाने हेतु निर्देशित किया गया।
वहींसड़क दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों जैसे- ओवरस्पीडिंग, ओवरलोडिंग, रैश ड्राइविंग, नशे की हालत में वाहन चलाने वालों के विरुद्ध प्रचलित कार्यवाही जारी रखी जाए। विगत वर्षों के दुर्घटना सम्भावित क्षेत्रों का चिन्हीकरण कर विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के भी निर्देश दिए गए।
वहीं वर्तमान में प्रदेश में चल रहे शीतकालीन चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती संख्या व आगामी नववर्ष पर पर्यटकों के प्रदेश में आगमन के दृष्टिगत पुलिस प्रबन्धन और यातायात नियंत्रण प्लान अच्छे तरह से निष्पादित किये जाए और उसका सोशल मीडिया के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। फोर्स की विजिबिलिटी बढ़ाएं, जनपद प्रभारी स्वयं लगातार मॉनिटरिंग करें। बाहर से आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक, सुरक्षा और यातायात प्रबन्धन को लेकर उत्तराखण्ड से एक अच्छा अनुभव लेकर जाएं। पर्यटकों की समस्या पर तुरंत रिस्पॉन्स करने हेतु भी निर्देशित किया गया। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्मों पर सतर्क दृष्टि रखते हुए भ्रामक खबरों एवं अफवाहों का त्वरित खण्डन कर वास्तविक तथ्यों से अवगत कराया जाए।
इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था वी मुरूगेशन, अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन / अभिसूचना एवं सुरक्षा ए0पी0 अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक, पी एण्ड एम / मुख्यालय विम्मी सचदेवा,पुलिस महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था नीलेश आनंद भरणे, पुलिस महानिरीक्षक/निदेशक यातायात अरुण मोहन जोशी,
पुलिस उप महानिरीक्षक, पीएसी मुख्यालय जनमेजय खंडूरी,
पुलिस उप महानिरीक्षक पी एंड एम सेंथिल अब्दई कृष्ण राज. एस,पुलिस उप महानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था
पी0 रेणुका देवी, सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।