देहरादून-: राजधानी के आईएसबीटी बस अड्डे पर पंजाब निवासी एक 16 वर्षीय युवती से दुष्कर्म करने के मामले में पटेलनगर पुलिस द्वारा तुरंत कार्यवाही करते हुए 24 घंटे से भी कम समय मे उत्तराखंड परिवहन बस के चालक व परिचालक, दो अन्य बसों के ड्राइवर व कैशियर को गिरफ्तार किया है। पुलिस जांच व सीडब्लूसी काउन्सलिंग में युवती के मानसिक रूप से अस्वस्थ्य होने की बात सामने आई है जिसके चलते युवती द्वारा न ही चाइल्ड लाइन व न ही सीडब्लूसी को 13 अगस्त के दिन अपने साथ दुष्कर्म होने की जानकारी दी थी। युवती द्वारा लगातार बयान बदलने के बाद सीडब्लूसी द्वारा लगातार काउन्सलिंग करने पर युवती ने अपने साथ अलग अलग व्यक्तियों द्वारा गलत काम होने की जानकारी दी थी। वहीं मामले में नाबालिक से पूछताछ के दौरान पुलिस को युवती के मुरादाबाद का निवासी होने व उसके माता पिता के जिंदा होने की पुष्टि की है। जिसके बाद पुलिस द्वारा नाबालिक युवती के परिजनों से संपर्क किया गया है,जिनके द्वारा युवती के पूर्व में भी कई बार घर छोड़कर जाने की बात बताई गयी थी।
पुलिस कप्तान अजय सिंह ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि 13 अगस्त की तड़के सुबह आईएसबीटी के पास मौजूद एक गार्ड को प्लेटफार्म नंबर 12 के पास एक दुकान की बेंच पर एक बालिका बैठी हुई दिखाई दी जिसके साथ एक आदमी भी खड़ा था, उन्हें युवती को ऐसे अकेले देख इसकी सूचना तुरंत आईएसबीटी0ल में चाइल्ड लाईन डेस्क को दी। जिनके द्वारा मौके पर आकर उस नाबालिक बालिका से जानकारी की गई तो वह अपने बारे में कोई जानकारी नही दे पाई व सामान्य लग रही थी। चाइल्ड लाईन द्वारा युवती के मिलने के बारे में पुलिस को सूचना दी व युवती से उसके विषय मे जानकारी करने के लिए बालिका निकेतन ले जाया गया। पुलिस कप्तान ने बताया कि युवती द्वारा चाइल्ड लाइन को भी अपने बारे में दुष्कर्म होने की कोई जानकारी नही दी गयी। युवती के सामान्य लगने पर
चाइल्ड लाईन द्वारा नाबालिक बालिका को बाल कल्याण गृह भेजा गया,जिनके द्वारा प्रक्रिया के अनुसार उसका सामान्य मेडिकल करवाकर उसकी कांउसलिंग की।
सी0डब्लू0सी0 द्वारा नाबालिक युवती की प्रारम्भिक काउंसलिंग में भी युवती द्वारा केवल अपने माँ-बाप न होने की जानकारी दी गई थी व अपने आपको मुरादाबाद की रहने वाली है बताया। युवती ने यह भी बताया कि मुरादाबाद से वह पहले दिल्ली गई थी तथा दिल्ली कश्मीरी गेट से वह बस के माध्यम से देहरादून आयी थी। युवती से जब उसके साथ कोई गलत हरकत होंने की बात कही गयी तो उसके द्वारा देहरादून मे उसके साथ कुछ लोगो द्वारा जबरदस्ती करने की बात बताई गई। उन्होंने बताया कि काउसलिंग के दौरान सीडब्लूसी को नाबालिक युवती मानसिक रूप से स्वस्थ प्रतीत नही हो रही थी जो बार-बार अपने बयान बदलकर खुद को कभी मुरादाबाद व कभी पंजाब की रहने वाली बता रही थी, जिसके चलते काउंसलिंग टीम द्वारा अगले दिन भी उक्त नाबालिक बालिका से पूछताछ जारी रखी। जिसपर युवती ने अपने साथी आईएसबीटी में अलग अलग लोगो द्वारा दुष्कर्म करने की जानकारी दी। जिसपर सीडब्लूसी द्वारा आईएसबीटी में मुकदमा दर्ज करवाया गया।
अजय सिंह ने बताया कि मामले में स्पेशल पुलिस टीम का गठन किया गया व युवती से पूछताछ कर रही महिला उपनिरीक्षक से भी युवती लगातार बयान अलग अलग बता रही थी। किन्तु पुलिस द्वारा तसल्ली से पूछने पर उसके माता पिता जिंदा होने की जानकारी हुई। पुलिस द्वारा युवती से जानकारी कर उसके माँ बाप से संपर्क किया तो उसके द्वारा युवती का पूर्व में भी कई बार बिन बताये घर छोड़कर जाने की जानकारी दी गयी।
युवती द्वारा पुलिस को दिल्ली में बस से उतरने के दौरान एक व्यक्ति द्वारा उससे बात करने व अपने साथ देहरादून की बस में बिठाने की बात बताई। उसने बताया कि दिल्ली से देहरादून आई बस में अलग अलग व्यक्तियों द्वारा उससे दुष्कर्म किया गया। जिसके आधार पर पुलिस टीम द्वारा युवती जिस जगह मिली थी वहां से सीसीटीवी खंगालते हुए उसके जहां से आने तक की जानकारी खंगाली। पुलिस टीम द्वारा सीसीटीवी की सहायता से वीडियो मे दिख रहे संदिग्ध व्यक्तियों की जानकारी करने पर उक्त संदिग्ध की पहचान भगवानपुर के एक बस के ड्राइवर के रूप में की व उस बस का नंबर दिया।जिसपर पुलिस द्वारा उक्त बस को कब्जे में लिया व आरोपी ड्राइवर के बारे में जानकारी करने पर उसके छुट्टी पर होने की जानकारी हुई।
जिसपर पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त देवेंद्र(52) पुत्र फूलचंद निवासी चूडियाला, भगवानपुर, हरिद्वार को कल भगवानपुर से गिरफ्तार कर लिया। जिससे पूछताछ के बाद पुलिस ने आज 4 और अभियुक्तो को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए अभियुक्तो की पहचान 1.धर्मेंद्र कुमार(32) पुत्र यशपाल सिंह, निवासी ग्राम बंजारा वाला ग्रांट, थाना बुग्गा वाला, हरिद्वार, 2.रवि कुमार(34)पुत्र दयाराम निवासी ग्राम सिला, थाना - नवाबगंज, जिला फर्रुखाबाद, 3.राजपाल(57) पुत्र स्व0 किशन सिंह निवासी बंजारावाला ग्रांट, थाना बुग्गावाला, हरिद्वार व 4.राजेश कुमार सोनकर(38) पुत्र स्व0 लाल चंद्र सोनकर निवासी माजरा, पटेलनगर के रूप में हुई है। पकड़े गए अभियुक्त घटना में इस्तेमाल उत्तराखंड परिवहन बस के चालक व परिचालक, दो अन्य बसों के ड्राइवर व कैशियर है। बाल कल्याण समिति की तहरीर के आधार पर पुलिस ने धारा 70(2) बीएएस तथा 5(जी)/6 पॉक्सो अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत किया है।
पूछताछ में अभियुक्त देवेन्द्र ने बताया कि पीडित नाबालिक उसे दिल्ली कशमीरी गेट स्टेशन पर मिली थी, जो उससे पजांब जाने वाली बस के बारे में जानकारी ले रही थी, अभियुक्त उक्त नाबालिक बालिका को अपने साथ देहरादून चलने तथा वहां से पौंटा होते हुए पजांब भेजने की बात कही व उसे देहरादून लेकर आया, जहां रात्री में बस से सभी सवारियों के उतरने के बाद अभियुक्त द्वारा बस ड्राइवर धर्मेन्द्र के साथ मिलकर उक्त नाबालिक बालिका के साथ दुष्कर्म किया गया। तत्पश्चात आस-पास खडी अन्य बसों के चालकों राजपाल राणा व रवि कुमार को इस सम्बंध में पता चलने पर उनके द्वारा भी नाबालिक बालिका के साथ दुष्कर्म किया गया, घटना के बाद बस कन्डक्टर देवेन्द्र द्वारा कैश काउंटर में पैसा जमा कराने के दौरान उक्त नाबालिक के विषय में कैशियर राजेश सोनकर को बताया गया, जिसके द्वारा भी उक्त नाबालिक बालिका के साथ बस में दुष्कर्म किया गया।
पुलिस ने घटना में प्रयुक्त उत्तराखंड परिवहन की बस संख्या यूके07 पी ए 5299 जब्त कर फोरेंसिक टीम से उसमे से सबूत इकत्रित कर मामले में उसे साक्ष्य के तौर पर जमा कर लिया है।