देहरादून-: कॉलेज के छात्रों के बीच हुई झड़प में एक गुट द्वारा दूसरे युवक पर फायरिंग झोंकने व गाली गलौच करने के मामले में प्रेमनगर पुलिस ने 4 और अभियुक्तो को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अभियुक्तो के पास से 3 तमंचे बरामद किए है। मामले में पुलिस ने पूर्व में 2 और अभियुक्तो को घटना के 24 घण्टे के अंदर गिरफ्तार किया जा चुका है।
गौरतलब है कि 25 मार्च को यूपीईएस में बीए एलएलबी के छात्र मानस यादव पुत्र वीर सिंह यादव, निवासी अल्वर राजस्थान, हाल निवासी पॉवर एंड बैकिंग सोसाइटी पौंदा, थाना प्रेमनगर द्वार लिखित तहरीर दी थी कि बीती 24 की देर रात वह पॉवर एंड बैकिंग सोसाइटी पौंधा में अपने किराये के फ्लैट की बालकनी में अपने दोस्तों संग खड़ा था दिनांक 24-25/03/2025 की देर रात्री वह अपने दोस्तों के साथ अपने फ्लैट की बालकनी पर खडा था। इस दौरान अलग-अलग गाडियों में कृष पंवार, सूर्याशं चावला, मनस्वी पंडित, हरिवशं तथा उनके अन्य साथियों द्वारा उनके फ्लैट के पास आये व उससे गाली-गलौच करते हुए उसे जान से मारने की नीयत से उस पर फायरिंग कर दी तथा फ्लैट के पास खडी उनकी गाडी को क्षतिग्रस्त कर मौके से फरार हो गये। वादी की शिकायत पर पुलिस ने मामले में धारा 109, 191(2), 351(3) 352 बीएनएस के तहत अभियोग पंजीकृत किया था। पुलिस कप्तान अजय सिंह द्वारा गुंडागर्दी के इस मामले में प्रेमनगर पुलिस की अलग अलग टीम गठित कर अभियुक्तो की गिरफ्तारी के आदेश दिए थे।
गठित टीमों द्वारा घटनास्थल व उसके आस-पास आने जाने वाले मार्गाे पर लगी सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों को चैक करते हुए अभियुक्तों के सम्बंध में जानकारी एकत्रित की गई, साथ ही प्रकाश में आये अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, हरिद्वार आदि उनके सभी संभावित स्थानों पर दबिश देते हुए मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। घटना में पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए घटना के 24 घंटे के भीतर घटना में शामिल 02 अभियुक्तों (1) मनस्वी फरासी उर्फ शिबू पंडित तथा (2) हरिवशं मगलूरिया को घटना में प्रयुक्त देशी तमंचे के साथ गिरफ्तार किया गया था।
घटना में शामिल अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम द्वारा लगातार उनके सम्भावित स्थानों पर दबिशे देते हुए सर्विलांस व मुखबिर के माध्यम से अभियुक्तों के सम्बंध में जानकरियां एकत्रित करते हुए आज शुक्रवार को पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर घटना में शामिल 03 अभियुक्तों 1 - हर्ष त्यागी उर्फ गोलू(19) पुत्र दीपक त्यागी, निवासी ग्राम बडेली, थाना रुहाना मुजफ्फरनगर, हाल निवासी मकान नंबर 366 नॉर्थ सिविल लाइन, साकेत कॉलोनी, थाना सिविल लाइन, मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश, 2- हर्ष त्यागी(20) पुत्र मनोज त्यागी, निवासी कांन्दकी बरसा मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश, 3- उज्जवल शर्मा(21) पुत्र विशाल कुमार शर्मा, निवासी मकान नंबर 125 नियर अलका त्यागी हॉस्पिटल जसवंतपुरी कच्ची सड़क, मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश, 4- आशीष शर्मा उर्फ ब्राह्मण(21) पुत्र लालचंद शर्मा, निवासी निकट टपरी रेलवे स्टेशन सहारनपुर, उत्तर प्रदेश, छात्र यूपीईएस कॉलेज देहरादून (बी०कॉम० तृतीय वर्ष) छुटमलपुर- सहारनपुर बस अड्डे के पास से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तों के कब्जे से पुलिस टीम को घटना में प्रयुक्त 03 देशी तमंचे व उनके अंदर मौजूद खोखा कारतूस बरामद हुए। बरामदगी के आधार पर अभियोग में 3/25/27 आर्म्स एक्ट की वृद्वि की गई। घटना में शामिल अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम द्वारा उनके सम्भावित स्थानो पर लगातार दबिश दी जा रही है।
पूछताछ में अभियुक्त हर्ष त्यागी उर्फ गोलू द्वारा बताया गया कि वह मुजफ्फरनगर का रहने वाला है, कुछ दिन पूर्व उसके दोस्त कृष्णा पंवार, जो यू0पी0ई0एस0 कॉलेज में पड़ता है तथा मुजफ्फरनगर का ही रहने वाला है, के द्वारा उसे बताया गया कि उसके कॉलेज में पडने वाले मानस यादव व विशाल चौधरी नाम के लड़कों द्वारा उसके साथ मारपीट की गई थी तथा अभियुक्त के एक अन्य साथी कृष पवार पर जान से मारने की नीयत से फायरिंग भी की गई थी। इसी विवाद के चलते घटना वाले देर रात कृष पंवार द्वारा अभियुक्त को फोन कर मानस यादव व विशाल चौधरी को सबक सिखाने की बात कही गई, जिस पर अभियुक्त हर्ष त्यागी अपने साथी उज्जवल शर्मा पुत्र विशाल कुमार शर्मा व हर्ष त्यागी पुत्र मनोज त्यागी को लेकर कृष पंवार से मिला, जहां से तीनों अभियुक्त, कृष पंवार द्वारा अपने साथ लाये गये अन्य व्यक्तियों के साथ मानस यादव के बिधौली स्थित किराये के फ्लैट पर पहुंचे, इस दौरान मानस अपने अन्य साथियों के साथ फ्लैट की बालकनी पर खडा था, जिसको देखते ही अभियुक्तों द्वारा अपने साथ लाये तमंचों से उसकी ओर फायर कर दिया तथा सड़क किनारे खडी उसकी काले रंग की र्स्काेपियों पर फायरिंग व तोडफोड कर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना के बाद सभी अभियुक्त मौके से फरार हो गये।
घटना के अगले दिन पुलिस द्वारा घटना में शामिल 02 अभियुक्तों को घटना में प्रयुक्त वाहन व अवैध अस्लेह के साथ गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद से ही चारो अभियुक्त अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिये लगातार अपने ठिकाने बदल रहे थे।